NTA ने बताया था की पेपर लीक नही हुआ है और भी बिहार में केस दर्ज किये गयें थें वो नकल या फर्जी कैंडिडेट से सम्बन्धित थें |
पेपर लीक के आरोपियों ने बताया है की उन्हें पेपर लीक करवाने के लिए 30 लाख रुपए दिए गयें थें , और पेपर लीक मामले में और भी कई लोग शामिल हैं |